नई दिल्ली – ‘उर्दू भाषा, संस्कृति और समकालीन वैश्विक मुद्दे’ पर आयोजित तीन दिवसीय पांचवां विश्व उर्दू सम्मेलन का समापन लखनऊ के कलाकारों के बेहतरीन ड्रामा ” मैं उर्दू हूँ ” से हुआ जिसको लोगों ने खूब सराहा,इसके साथ ही परिषद ने आलमी मुशायरे का भी आयोजन किया जिसमें दुनिया भर से आए कवियों ने अपनी शायरी पेश की जिसको लोगों ने बहुत पसंद किया । समापन समारोह में मुनव्वरी बैगम,मेंबर सेंट्रल वक्फ कॉउंसिल , प्रोफेसर अतीक़उल्लाह, प्रोफेसर क़ुद्दूस जावेद, प्रोफेसर मेराज मीर, वीसी सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ कश्मीर, हमीदुल्लाह भट्ट,पूर्व डायरेक्टर,नंद किशोर विक्रम, विश्व उर्दू सम्मेलन के आयोजक ,एचआरडी मंत्री प्रकाश जावेडकर और राज्य मंत्री ड़ा सतपाल सिंह की सराहना की और उर्दू की तरक्की और प्रचार प्रसार में उर्दू कॉउंसिल की भूमिका को सराहा । राष्ट्रीय उर्दू भाषा विकास परिषद के निदेशक प्रोफेसर इरितजा करीम ने देश विदेश से आए मेहमानों का आभार जताया। सम्मेलन की उपलब्द्धियां – विदेश और भारत के प्रतिनिधियों ने सराहना की कि इस सम्मेलन को आयोजित करके लक्ष्य और उद्देश्य प्राप्त किए गए। सम्मेलन के दौरान शुरू की गई उर्दू ई-पब और ई-बुक की सराहना हुई और परिषद की एक बडी उपलब्धि बताया। प्रौद्योगिकी की दुनिया में, इस एप की आवश्यकता उर्दू प्रेमियों द्वारा महसूस की गई और इसे सर्वसम्मति से सराहा गया कि परिषद द्वारा आधुनिक तकनीक के साथ उर्दू को जोड़ने के इस प्रकार के प्रयासों को जारी रखा जाना चाहिए। सम्मेलन में, शोधपत्र प्रस्तुत किए गए और विभिन्न समकालीन मुद्दों पर उर्दू की भूमिका पर विचार-विमर्श किया गया।

नई दिल्ली – ‘उर्दू भाषा, संस्कृति और समकालीन वैश्विक मुद्दे’ पर आयोजित तीन दिवसीय पांचवां विश्व उर्दू सम्मेलन का समापन लखनऊ के कलाकारों के बेहतरीन ड्रामा ” मैं उर्दू हूँ ” से हुआ जिसको लोगों ने खूब सराहा,इसके साथ ही परिषद ने आलमी मुशायरे का भी आयोजन किया जिसमें दुनिया भर से आए कवियों ने अपनी शायरी पेश की जिसको लोगों ने बहुत पसंद किया ।
समापन समारोह में मुनव्वरी बैगम,मेंबर सेंट्रल वक्फ कॉउंसिल , प्रोफेसर अतीक़उल्लाह, प्रोफेसर क़ुद्दूस जावेद, प्रोफेसर मेराज मीर, वीसी सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ कश्मीर, हमीदुल्लाह भट्ट,पूर्व डायरेक्टर,नंद किशोर विक्रम, विश्व उर्दू सम्मेलन के आयोजक ,एचआरडी मंत्री प्रकाश जावेडकर और राज्य मंत्री ड़ा सतपाल सिंह की सराहना की और उर्दू की तरक्की और प्रचार प्रसार में उर्दू कॉउंसिल की भूमिका को सराहा ।
राष्ट्रीय उर्दू भाषा विकास परिषद के निदेशक प्रोफेसर इरितजा करीम ने देश विदेश से आए मेहमानों का आभार जताया।
सम्मेलन की उपलब्द्धियां –
विदेश और भारत के प्रतिनिधियों ने सराहना की कि इस सम्मेलन को आयोजित करके लक्ष्य और उद्देश्य प्राप्त किए गए।

सम्मेलन के दौरान शुरू की गई उर्दू ई-पब और ई-बुक की सराहना हुई और परिषद की एक बडी उपलब्धि बताया। प्रौद्योगिकी की दुनिया में, इस एप की आवश्यकता उर्दू प्रेमियों द्वारा महसूस की गई और इसे सर्वसम्मति से सराहा गया कि परिषद द्वारा आधुनिक तकनीक के साथ उर्दू को जोड़ने के इस प्रकार के प्रयासों को जारी रखा जाना चाहिए।
सम्मेलन में, शोधपत्र प्रस्तुत किए गए और विभिन्न समकालीन मुद्दों पर उर्दू की भूमिका पर विचार-विमर्श किया गया।