पाँचवा विश्व उर्दू सम्मेलन 24 – 26 मार्च को राजधानी में

नई दिल्ली –  राष्ट्रीय उर्दू भाषा विकास परिषद द्वारा गत वर्षो की भांति उर्दू सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है । लोधी रोड स्थित स्कोप ऑडोटोरियम में आयोजित होने सम्मेलन दोनों दिन शाम को सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किये जाएंगे । राष्ट्रीय उर्दू भाषा विकास परिषद के निदेशक डॉ सैयद अली करीम ने पत्रकारों को बताया कि  उर्दू भाषा व साहित्य के इसी सार्वभौमिक और वैश्विक भूमिका से परिचय कराने के लिए 5 वीं विश्व उर्दू कांफ्रेंस का थीम ” उर्दू भाषा व संस्कृति और वर्तमान समस्याएं ” रखा गया है । इस मूल विषय के तहत भौगोलिकरण के इस दौर में विभिन्न स्तरों पर जो  समस्याएं है उनसे सम्बंधित विषयों पर गंभीर चर्चा की जाएगी और यह स्पष्ट किया जाएगा कि उर्दू  भाषा ने किसी भी वैश्विक समस्या से किनारा नहीं किया है । सभी वैश्विक समस्याएं इसकी संवेदना का भाग रही है।
उर्दू भाषा व साहित्य में विभिन्न शैलियों के माध्यम से वैश्विक समझ और सार्वभौमिक मूल्यों को बहुत सुंदरता से प्रतिबिम्बित किया गया है।
इस सम्मेलन में भाषाई समस्याएं और वैश्विकता, वैश्विक समस्याओं की अभिव्यक्ति और उर्दू साहित्य में वैश्विक समस्यायों की अभिव्यक्ति  महिला अधिकारो के सम्बन्ध में उर्दू साहित्य , सूफीवाद  और विश्व शांति, वैश्विक समस्यायों की समझ और उर्दू पत्रकारिता जैसे उप शीर्षकों पर भी साहित्य व संस्कृति के जानकार अपने विचार प्रस्तुत करेंगे।
प्रोफेसर करीम ने बताया कि सम्मेलन में ” ई किताब ” लांच की जाएगी । उन्होंने अवगत कराया कि सम्मेलन में बंगला देश , अमेरिका , मारीशश , कतर , तुर्की , उजेबिकस्तान सहित अनेक देशों के उर्दू साहित्यकार पहुँचेगे ।