चीन को जवाब देने को सेना जैसी लड़ाकू और ताकतवर होगी ITBP

भारत-चीन सरहद पर चीन की चालाकियों पर कड़ी नज़र रखने के लिए भारत सरकार चीन से जुड़े अगल-अलग सेक्टर में अपनी ताकत बढ़ाने की तैयारी कर रही है. इस तैयारी में सबसे पहले ITBP के लिए ‘ऑल टेरेन व्हीकल’ खरीदा जा रहा है. ऑल टेरेन व्हीकल के जरिए ITBP के जवान अपने प्रतिद्वंद्वियों को जवाब देने के लिए बॉर्डर आउट पोस्ट से तेजी से उनके पास जा सकते हैं और इस पर नज़र रख सकते हैं कि चीन कहीं भारत के इलाके में कोई निर्माण कार्य तो नहीं कर रहा है.

ऑल टेरेन व्हीकल की खूबी

नॉन एम्फिबियस ‘ऑल टेरेन व्हीकल’ भारत-चीन सरहद पर करीब 15000 फीट की ऊंचाई पर भी चल सकता है. माइनस 20 डिग्री सेंटीग्रेड तापमान से लेकर माइनस 40 डिग्री सेंटीग्रेड के तापमान तक ये व्हीकल आराम से एक जगह से दूसरी जगह जा सकते हैं. ये गाड़ी 7-8 कमांडो, जो पूरी तरीके से अपने साज़ो- सामान से लैस हो, उनको लेकर ऊंचे-ऊंचे पहाड़ों पर जा सकती है. इस गाड़ी की खासियत ये है कि यह समतल जमीन पर तेजी से चलने के साथ ही पहाड़ों पर भी आसानी से चढ़ सकती है.

डोकलाम विवाद के बाद सीमा पर बढ़ी सक्रियता

डोकलाम विवाद के बाद भारत-चीन सरहद की निगरानी करने वाली ITBP ने अपनी सक्रियता अलग-अलग जगहों पर काफी बढ़ा दी है. आपको बता दें कि पिछले साल जिस तरीके से चीन ने भारत-चीन सीमा के अलग-अलग सेक्टर में कई बार घुसपैठ करने की कोशिश की, उसका तीखा जवाब ITBP की तरफ से दिया गया. ITBP ने जहां चीन के कई निर्माण कार्य को रोका, तो वहीं दूसरी तरफ प्योंगिंग के इलाके में चीन की तरफ से की जा रही कार्रवाई का जवाब भी आईटीबीपी के जवानों ने दिया.

स्नो स्कूटर का इस्तेमाल करती है ITBP

दरअसल 3488 किलोमीटर लंबी भारत-चीन सीमा पर पेट्रोलिंग करने के लिए कई जगहों पर आईटीबीपी इस समय एसयूवी गाड़ियों के साथ-साथ स्नो स्कूटर का भी इस्तेमाल करती है. ITBP हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम, जम्मू-कश्मीर के साथ-साथ जिन इलाकों की निगरानी कर रही है. वहां की कई बीओपी पर अब स्नो स्कूटर के जरिए बर्फीले रेगिस्तान में पेट्रोलिंग की जाती है.

इस पर 7 से 8 ITBP कमांडो बैठ सकते हैं

भारत-चीन सरहद पर हिमालय में कई ऐसे पहाड़ हैं, जो 45 डिग्री से 75 डिग्री तक आड़े तिरछे हैं. यहां पर गाड़ियों से जाना मुश्किल होता है. ऐसे में ऑल टेरेन व्हीकल का इस्तेमाल तमाम जगहों पर किया जाएगा. जहां पर बर्फ पिघलने से गाड़ियों का आवागमन मुश्किल हो जाता है. यहां ये गाड़ियां तेजी से एक जगह से दूसरी जगह जा सकेंगी. ऑल टेरेन व्हीकल का भार 4800 किलोग्राम है और इसमें 7 से 8 ITBP के कमांडो बैठ सकते हैं. ऐसी गाड़ियां जल्द ही भारत-चीन सरहद पर गृह मंत्रालय की सिफारिश के बाद तैनात की जाएंगी.