केंद्रीय गृहमंत्री श्री राजनाथ सिंह ने अनन्तनाग जिले में जम्मू कश्मीर पुलिस लाइन्स और सीआरपीएफ के शिविर का दौरा किया। उनके साथ राज्य के उप-मुख्यमंत्री डा. निर्मल कुमार सिंह और केंद्रीय गृह सचिव श्री राजीव गाबा भी उपस्थित थे।
जम्मू-कश्मीर की यात्रा के दूसरे दिन श्री राजनाथ सिंह ने आज जम्मू कश्मीर पुलिस लाइन में निर्धारित बैठक से लगभग 1 किलोमीटर की दूरी पर पुलिस गश्ती दल पर कल हुए आतंकी हमले में मारे गए हवलदार इम्तियाज अहमद को भावभीनी श्रद्धाञ्जलि दी। उन्होने पिछले महिने अनन्तनाग में हुए आतंकवादी हमले में शहीद हुए सहायक सब-इन्सपेक्टर अब्दुल रशीद को भी श्रद्धाञ्जलि अर्पित की।
श्री राजनाथ सिंह ने जम्मू कश्मीर के पुलिस कार्मिकों को संबोधित करते हुए कहा कि ‘यह कोई साधारण बलिदान नही है, यह सर्वोच्च बलिदान है’। उन्होने कहा कि ‘कर्त्तव्य का पालन करते हुए की गई इस महान शहादत के लिए मेरे पास शब्द नही है। प्रधानमंत्री ने भी इन के अदम्य साहस की प्रशंसा की है। केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि पड़ोसी देश द्वारा प्रायोजित आतंकवाद का सामना करते हुए सुरक्षा बलों ने जिस पराक्रम और साहस का परिचय दिया है उससे न केवल जम्मू कश्मीर राज्य बल्कि पूरा देश गौरवान्वित है।
श्री राजनाथ सिंह ने कहा कि सरकार को इस बात की पूरी जानकारी है कि पुलिस और सुरक्षा बल किस प्रकार चुनौतिपूर्ण माहौल में कार्य करते है। सरकार पुलिस और अर्धसैनिक बलों की सुरक्षा और कल्याण के लिए सभी उपाय कर रही है। उन्होने बताया कि राज्य के लिए एक ट्रॉमा सेंटर की स्वीकृति दी गई है एवं राज्य के सभी पुलिस स्टेशनों में बुलेट प्रूफ वाहन उपलब्ध कराए जाएंगे। केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि केन्द्र सरकार राज्य के पुलिस स्टेशनों में आधुनिक उपकरण उपलब्ध कराएगी एवं बुलेट प्रूफ वाहन तथा जैकेट प्रदान किए जाने के लिए पर्याप्त धनराशि जारी कर दी गई हैं।
केन्द्रीय गृह मंत्री ने कही कि आतंकवाद का सामना करते हुए जो सर्वोच्च बलिदान दिए गए है देश उनसे कभी उऋण नही सकता। कोई भी धनराशि इसकी भरपाई नही कर सकती उन्होने कहा कि हम जम्मू कश्मीर को फिर से ‘धरती का स्वर्ग’ बनाएंगे इस लक्ष्य को हासिल करने से कोई भी ताकत हमे नहीं रोक सकती।
श्री राजनाथ सिंह ने कहा कि एक साल के भीतर वे पाँचवी बार राज्य का दौरा कर रहे है। उन्होने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की प्रतिबद्धता को दोहराते हुए कहा कि केन्द्र सरकार राज्य को हर संभव सहायता उपलब्ध कराएगी। जवानों की आवास समस्या भी दूर की जाएगी।
केन्द्रीय गृह मंत्री ने बाद में केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल के 90 बटालियन शिविर में सैनिक सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि साहस कोई ऐसी वस्तु नही जिसे बाजार से खरीदा जा सकें। उन्होने जवानों की प्रशंसा करते हुए कहा कि आम बेजोड़, अप्रतिम साहस की अपराजेय की क्षमता के साथ जन्मे है। उन्होने यह आश्वस्त किया की केन्द्र सीआरपीएफ के कार्मिकों को और सुविधाएं प्रदान करने के लिए तैयार है।
सरकार राज्य के सीआरपीएफ कार्मिकों को हेलिकॉप्टर सुविधा प्रदान करने पर विचार कर रही है। उन्होने यह भी कहा कि मेरा यह लक्ष्य है कि मैं शहीदों के परिवारों को कम से कम 1 करोड़ रुपये सी.ए.पी.एफ. के जरिए उपलब्ध करवाऊ। उन्होने कहा कि सरकार ने भारत के वीर (पोर्टल जारी किया है जिससे हमारे शहीदों के परिवारों को समर्थन मिल सके।
इससे पहले राज्य जम्मू कश्मीर के पुलिस महानिदेशक डा. एस.पी.वैध ने पुलिस कार्मिकों के परिवारों के लिए सुरक्षित माहौल प्रदान करने की आवश्यकता पर बल दिया।