मानेकशॉ सेंटर नई दिल्ली में आज दो दिवसीय डेफकॉम इंडिया 2019 संगोष्ठी प्रारंभ हुई। संगोष्ठी का विषय है ‘कम्युनिकेशन्स : ए डिसाइसिव कैटेलिस्ट फॉर ज्वाइंटनेस’ है। यह संगोष्ठी सेना के तीनों अंगों के बीच एकता के लिए संचार माध्यमों का लाभ उठने के विषय में है।
रक्षा राज्य मंत्री श्री श्रीपद नाइक ने अपने उद्घाटन भाषण में बताया कि प्रधानमंत्री द्वारा चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ की घोषणा तीनों अंगों के बीच तालमेल और एकीकरण में सुधार की आवश्यकता को देखते हुए की गई थी। उन्होंने कहा कि तीनों अंगों के बीच एकता का विजन हासिल करने के लिए पहली शर्त अबाधित संचार है।
सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने देश की सुरक्षा चुनौतियों को उजागर किया और एकता की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि सुरक्षित और अंतर संचालन योग्य संयुक्त संचार व्यवस्था समय की आवश्यकता है। जनरल बिपिन रावत ने सशस्त्र बलों की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए उद्योग जगत के सहयोग पर बल दिया।
डेफकॉम 2019 के पहले दिन सशस्त्र बलों, उद्योग अनुसंधान और विकास संगठनों तथा शिक्षा जगत के लोगों ने भागीदारी की। इस आयोजन ने उद्योग जगत के लिए सशस्त्र बलों की आवश्यकताओं को समझने के लिए शानदार अवसर उपलब्ध कराया है। डेफकॉम प्रदर्शनी में अत्याधुनिक संचार समाधानों को दिखाया गया है और यह टेक्नोलॉजी तथा उद्योग की क्षमता को समझने के लिए सेना के तीनों अंगों के अधिकारियों को अवसर प्रदान करती हैं। संगोष्ठी में प्रतिष्ठित डेफकॉम पत्रिका का विमोचन भी किया गया।