सरकार ने पूर्वोत्तर क्षेत्र के युवाओं के लिए अनेक कदम उठाए हैं : डॉ. जितेन्द्र सिंह

केन्‍द्रीय पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास राज्‍य मंत्री (स्‍वतंत्र प्रभार), प्रधानमंत्री कार्यालय, कार्मिक, लोक शिकायत, पेंशन, परमाणु ऊर्जा एवं अंतरिक्ष राज्‍य मंत्री डॉ. जितेन्‍द्र सिंह ने कहा कि पूर्वोत्तर क्षेत्र के युवाओं के लिए कई नए कदम पहले ही उठाए जा चुके हैं जबकि कई अन्य कदम उठाए जाने बाकी हैं। डॉ. जितेन्द्र सिंह ने यह बात कल भारतीय उद्योग परिसंघ – सीआईआई की ओर से आयोजित एक सत्र में कही।

डॉ.सिंह ने कहा कि पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय युवा स्टार्टअप्स के लिए “उद्यम कोष” लेकर आया है। उन्होंने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय एथलेटिक्स और जिम्नास्टिक्स में पूर्वोत्तर क्षेत्र के युवाओँ की अतुलनीय प्रतिभा को देखते हुए मणिपुर में जल्द ही एक अत्याधुनिक खेल विश्वविद्यालय की स्थापना की जाएगी जिसके लिए जमीन का अधिग्रहण पहले ही किया जा चुका है।

डॉ.जितेन्द्र सिंह ने दूर-दराज के इलाकों में रहने वाले युवाओं के लिए लोक सेवा परीक्षा की तैयारी हेतु उपग्रह और दूरस्थ-शिक्षा के माध्यम से कोचिंग क्लास आयोजित कराने का विचार प्रस्तुत किया।

डॉ. जितेन्द्र सिंह ने कहा कि प्रशिक्षण/कोचिंग की सुविधाओं या बुनियादी सुविधाओं के अभाव जैसी दिक्कतों के बावजूद विभिन्न क्षेत्रों में पूर्वोत्तर के युवाओं की क्षमता और दृढ़ता उल्लेखनीय है। जिम्नास्टिक में शानदार प्रदर्शन के जरिए विश्व में ख्याति प्राप्त करने वाली त्रिपुरा की सुश्री दीपा कर्माकर का उदाहरण देते हुए डॉ. जितेन्द्र सिंह ने कहा कि उन्हें यह देखकर खुशी हुई की पूर्वोत्त्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय ने भी उनके तैयारी के चरण के दौरान उनका मार्गदर्शन का प्रयास किया था जबकि शुरूआती चरण में उनकी किसी प्रकार के औपचारिक प्रशिक्षण तक पहुंच नहीं थी।

पिछले तीन वर्षों में संपर्क और परिवहन के साधनों में तीव्र गति से हुए सुधार का उल्लेख करते हुए डॉ. जितेन्द्र सिंह ने कहा कि कारोबारी घरानों, साथ ही साथ निवेशकों ने पूर्वोत्तर में दिलचस्पी दिखानी शुरू कर दी है जिससे अंततः रोजगार के अवसरों का सृजन होगा।

एक प्रश्न के जवाब में डॉ. जितेन्द्र सिंह ने कहा कि इन पहलों को आगे बढ़ाने में सार्वजनिक-निजी भागीदारी – पीपीपी मॉडल मददगार साबित होगा तथा निजी क्षेत्र को सीएसआर का पर्याप्त अंश पूर्वोत्तर क्षेत्र के दूर-दराज के इलाकों में खर्च करने के लिए भी प्रोत्साहित किया जाना चाहिए।